ॐ साईं राम

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Vedas & Upanishad

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Hanuman Ashtottarashatanamavali

Hanuman Ashtottarashatanamavali

आञ्जनेय

1

ॐ आञ्जनेयाय नमः।

Om Anjaneyaya Namah।

जो देवी अञ्जना के पुत्र हैं

महावीर

2

ॐ महावीराय नमः।

Om Mahaviraya Namah।

जो अति बलशाली एवं पराक्रमी हैं

हनूमान्

3

ॐ हनुमते नमः।

Om Hanumate Namah।

जो फूले हुये गालों वाले हैं

मारुतात्मज

4

ॐ मारुतात्मजाय नमः।

Om Marutatmajaya Namah।

जो पवन देव को अति प्रिय हैं

तत्वज्ञानप्रद

5

ॐ तत्वज्ञानप्रदाय नमः।

Om Tatvajnanapradaya Namah।

जो तत्वज्ञान प्रदान करने वाले हैं

सीतादेवीमुद्राप्रदायक

6

ॐ सीतादेवीमुद्राप्रदायकाय नमः।

Om Sitadevimudrapradayakaya Namah।

जो सीता माता को श्री राम जी की मुद्रिका प्रदान करने वाले हैं

अशोकवनिकाच्छेत्ता

7

ॐ अशोकवनिकाच्छेत्रे नमः।

Om Ashokavanikachchhetre Namah।

जो अशोक वन को नष्ट करने वाले हैं

सर्वमायाविभञ्जन

8

ॐ सर्वमायाविभञ्जनाय नमः।

Om Sarvamayavibhanjanaya Namah।

जो भ्रम को नष्ट करने वाले हैं

सर्वबन्धविमोक्ता

9

ॐ सर्वबन्धविमोक्त्रे नमः।

Om Sarvabandhavimoktre Namah।

जो समस्त प्रकार के बन्धनों से मुक्त करने वाले हैं

रक्षोविध्वंसकारक

10

ॐ रक्षोविध्वंसकारकाय नमः।

Om Rakshovidhvamsakarakaya Namah।

जो राक्षसों का संहार करने वाले हैं

परविद्यापरिहार

11

ॐ परविद्यापरिहाराय नमः।

Om Paravidyapariharaya Namah।

जो शत्रुओं के विवेक का नाश करने वाले हैं

परशौर्यविनाशन

12

ॐ परशौर्यविनाशनाय नमः।

Om Parashauryavinashanaya Namah।

जो शत्रुओं के बल एवं शक्ति को हरने वाले हैं

परमन्त्रनिराकर्ता

13

ॐ परमन्त्रनिराकर्त्रे नमः।

Om Paramantranirakartre Namah।

जो केवल श्री राम मन्त्र का जाप करने वाले हैं

परयन्त्रप्रभेदक

14

ॐ परयन्त्रप्रभेदकाय नमः।

Om Parayantraprabhedakaya Namah।

जो शत्रुओं की योजना को विफल करने वाले हैं

सर्वग्रहविनाशी

15

ॐ सर्वग्रहविनाशिने नमः।

Om Sarvagrahavinashine Namah।

जो समस्त ग्रहों के अशुभ प्रभाव को नष्ट करने वाले हैं

भीमसेनसहायकृत्

16

ॐ भीमसेनसहायकृते नमः।

Om Bhimasenasahayakrite Namah।

जो भीम की सहायता करने वाले हैं

सर्वदुःखहर

17

ॐ सर्वदुःखहराय नमः।

Om Sarvaduhkhaharaya Namah।

जो समस्त कष्टों का निवारण करने वाले हैं

सर्वलोकचारी

18

ॐ सर्वलोकचारिणे नमः।

Om Sarvalokacharine Namah।

जो समस्त लोकों में विचरण करने वाले हैं

मनोजव

19

ॐ मनोजवाय नमः।

Om Manojavaya Namah।

जो वायु के समान तीव्र गति वाले हैं

पारिजातद्रुमूलस्थ

20

ॐ पारिजातद्रुमूलस्थाय नमः।

Om Parijatadrumulasthaya Namah।

जो पारिजात के वृक्ष के नीचे निवास करने वाले हैं

सर्वमन्त्रस्वरूपवान्

21

ॐ सर्वमन्त्रस्वरूपवते नमः।

Om Sarvamantrasvarupavate Namah।

जो समस्त मन्त्रों/स्तोत्रों के ज्ञाता एवं स्वामी हैं

सर्वतन्त्रस्वरूपी

22

ॐ सर्वतन्त्रस्वरूपिणे नमः।

Om Sarvatantrasvarupine Namah।

जो समस्त प्रकार के तन्त्रों के अधिपति हैं

सर्वयन्त्रात्मक

23

ॐ सर्वयन्त्रात्मकाय नमः।

Om Sarvayantratmakaya Namah।

जो समस्त प्रकार के यन्त्रों में विद्यमान हैं

कपीश्वर

24

ॐ कपीश्वराय नमः।

Om Kapishvaraya Namah।

जो वानरों के अधिपति हैं

महाकाय

25

ॐ महाकायाय नमः।

Om Mahakayaya Namah।

जो अत्यन्त विशाल देह वाले हैं

सर्वरोगहर

26

ॐ सर्वरोगहराय नमः।

Om Sarvarogaharaya Namah।

जो समस्त रोगों से मुक्त करने वाले हैं

प्रभु

27

ॐ प्रभवे नमः।

Om Prabhave Namah।

जो सम्पूर्ण सृष्टि में पूजे जाने वाले हैं

बलसिद्धिकर

28

ॐ बलसिद्धिकराय नमः।

Om Balasiddhikaraya Namah।

जो बल प्रदान करने वाले हैं

सर्वविद्यासम्पत्प्रदायक

29

ॐ सर्वविद्यासम्पत्प्रदायकाय नमः।

Om Sarvavidyasampatpradayakaya Namah।

जो नाना प्रकार की विद्या एवं सम्पत्ति प्रदान करने वाले हैं

कपिसेनानायक

30

ॐ कपिसेनानायकाय नमः।

Om Kapisenanayakaya Namah।

जो वानर सेना के प्रमुख हैं

भविष्यच्चतुरानन

31

ॐ भविष्यच्चतुराननाय नमः।

Om Bhavishyachchaturananaya Namah।

जो भविष्य की घटनाओं को जानने वाले अथवा भविष्यज्ञाता हैं

कुमारब्रह्मचारी

32

ॐ कुमारब्रह्मचारिणे नमः।

Om Kumarabrahmacharine Namah।

जो युवा एवं ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करने वाले हैं

रत्नकुण्डलदीप्तिमान्

33

ॐ रत्नकुण्डलदीप्तिमते नमः।

Om Ratnakundaladiptimate Namah।

जो रत्न जड़ित स्वर्ण कुण्डल धारण करने वाले हैं

सञ्चलद्बालसन्नद्धलम्बमानशिखोज्ज्वल

34

ॐ चञ्चलद्बालसन्नद्धलम्बमानशिखोज्ज्वलाय नमः।

Om Chanchaladbalasannaddhalambamanashikhojjvalaya Namah।

जिनकी लम्बी पूँछ उनके सिर से भी ऊँची है

गन्धर्वविद्यातत्वज्ञ

35

ॐ गन्धर्वविद्यातत्वज्ञाय नमः।

Om Gandharvavidyatatvajnaya Namah।

जो गन्धर्व विद्या अर्थात् संगीत में पारंगत हैं

महाबलपराक्रम

36

ॐ महाबलपराक्रमाय नमः।

Om Mahabalaparakramaya Namah।

जिनमें अद्वितीय बल एवं साहस है

कारागृहविमोक्ता

37

ॐ कारागृहविमोक्त्रे नमः।

Om Karagrihavimoktre Namah।

जो कारागृह से मुक्त करने वाले हैं

शृङ्खलाबन्धमोचक

38

ॐ शृङ्खलाबन्धमोचकाय नमः।

Om Shrinkhalabandhamochakaya Namah।

जो बेड़ियों अथवा कष्ट से मुक्त करने वाले हैं

सागरोत्तारक

39

ॐ सागरोत्तारकाय नमः।

Om Sagarottarakaya Namah।

जो समुद्र को लाँघने वाले हैं

प्राज्ञ

40

ॐ प्राज्ञाय नमः।

Om Prajnaya Namah।

जो महान विद्वान हैं

रामदूत

41

ॐ रामदूताय नमः।

Om Ramadutaya Namah।

जो भगवान श्री राम के दूत हैं

प्रतापवान्

42

ॐ प्रतापवते नमः।

Om Pratapavate Namah।

जो अपनी वीरता एवं पराक्रम के लिये जाने जाते हैं

वानर

43

ॐ वानराय नमः।

Om Vanaraya Namah।

जो वानर के स्वरूप में विराजमान हैं

केसरीसुत

44

ॐ केसरीसुताय नमः।

Om Kesarisutaya Namah।

जो केसरी के पुत्र हैं

सीताशोकनिवारक

45

ॐ सीताशोकनिवारकाय नमः।

Om Sitashokanivarakaya Namah।

जो माता सीता के कष्ट का निवारण करने वाले हैं

अञ्जनागर्भसम्भूत

46

ॐ अञ्जनागर्भसम्भूताय नमः।

Om Anjanagarbhasambhutaya Namah।

जो माता अञ्जनी के गर्भ से जन्म लेने वाले हैं

बालार्कसदृशानन

47

ॐ बालार्कसदृशाननाय नमः।

Om Balarkasadrishananaya Namah।

जिनकी आभा उदीयमान सूर्य के समान है

विभीषणप्रियकर

48

ॐ विभीषणप्रियकराय नमः।

Om Vibhishanapriyakaraya Namah।

जो विभीषण के प्रिय हैं

दशग्रीवकुलान्तक

49

ॐ दशग्रीवकुलान्तकाय नमः।

Om Dashagrivakulantakaya Namah।

जो रावण के कुल का अन्त करने वाले हैं

लक्ष्मणप्राणदाता

50

ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः।

Om Lakshmanapranadatre Namah।

जो लक्ष्मण जी के प्राणों की रक्षा करने वाले हैं

वज्रकाय

51

ॐ वज्रकायाय नमः।

Om Vajrakayaya Namah।

जिनका शरीर वज्र के समान कठोर एवं शक्तिशाली है

महाद्युति

52

ॐ महाद्युतये नमः।

Om Mahadyutaye Namah।

जो अत्यन्त तेजस्वी हैं

चिरञ्जीवी

53

ॐ चिरञ्जीविने नमः।

Om Chiranjivine Namah।

जो प्रत्येक युग में अजर-अमर रहने वाले हैं

रामभक्त

54

ॐ रामभक्ताय नमः।

Om Ramabhaktaya Namah।

जो भगवान श्री राम के परम भक्त हैं

दैत्यकार्यविघातक

55

ॐ दैत्यकार्यविघातकाय नमः।

Om Daityakaryavighatakaya Namah।

जो दैत्यों के समस्त कार्य निष्फल करने वाले हैं

अक्षहन्ता

56

ॐ अक्षहन्त्रे नमः।

Om Akshahantre Namah।

जो रावण के पुत्र अक्षय का अन्त करने वाले हैं

काञ्चनाभ

57

ॐ काञ्चनाभाय नमः।

Om Kanchanabhaya Namah।

जिनकी काया स्वर्ण के समान आभा वाली है

पञ्चवक्त्र

58

ॐ पञ्चवक्त्राय नमः।

Om Panchavaktraya Namah।

जिनके पाँच मुख हैं

महातपस्

59

ॐ महातपसे नमः।

Om Mahatapase Namah।

जो अद्भुत तपस्या करने वाले हैं

लङ्किनीभञ्जन

60

ॐ लङ्किनीभञ्जनाय नमः।

Om Lankinibhanjanaya Namah।

जो लंकिनी नामक राक्षसी का उद्धार करने वाले हैं

श्रीमान्

61

ॐ श्रीमते नमः।

Om Shrimate Namah।

जो सम्पूर्ण सृष्टि में आदरणीय एवं पूजनीय हैं

सिंहिकाप्राणभञ्जन

62

ॐ सिंहिकाप्राणभञ्जनाय नमः।

Om Simhikapranabhanjanaya Namah।

जो सिंहिका राक्षसी का अन्त करने वाले हैं

गन्धमादनशैलस्थ

63

ॐ गन्धमादनशैलस्थाय नमः।

Om Gandhamadanashailasthaya Namah।

जो गन्धमादन पर्वत पर निवास करने वाले हैं

लङ्कापुरविदाहक

64

ॐ लङ्कापुरविदाहकाय नमः।

Om Lankapuravidahakaya Namah।

जो लङ्का दहन करने वाले हैं

सुग्रीवसचिव

65

ॐ सुग्रीवसचिवाय नमः।

Om Sugrivasachivaya Namah।

जो सुग्रीव के मन्त्री हैं

धीर

66

ॐ धीराय नमः।

Om Dhiraya Namah।

जो अत्यन्त वीर एवं साहसी हैं

शूर

67

ॐ शूराय नमः।

Om Shuraya Namah।

जो निर्भीक एवं निडर हैं

दैत्यकुलान्तक

68

ॐ दैत्यकुलान्तकाय नमः।

Om Daityakulantakaya Namah।

जो दैत्यों का अन्त करने वाले हैं

सुरार्चित

69

ॐ सुरार्चिताय नमः।

Om Surarchitaya Namah।

जो देवताओं द्वारा पूजे जाने वाले हैं

महातेजस्

70

ॐ महातेजसे नमः।

Om Mahatejase Namah।

जिनमें असीमित तेज है

रामचूडामणिप्रद

71

ॐ रामचूडामणिप्रदायकाय नमः।

Om Ramachudamanipradayakaya Namah।

जो भगवान श्री राम को सीता माता की चूड़ामणि प्रदान करने वाले हैं

कामरूपी

72

ॐ कामरूपिणे नमः।

Om Kamarupine Namah।

जो इच्छानुसार कोई भी रूप धारण करने वाले हैं

पिङ्गलाक्ष

73

ॐ पिङ्गलाक्षाय नमः।

Om Pingalakshaya Namah।

जो लाल एवं भूरे नेत्रों वाले हैं

वार्धिमैनाकपूजित

74

ॐ वार्धिमैनाकपूजिताय नमः।

Om Vardhimainakapujitaya Namah।

जो समुद्र एवं मैनाक पर्वत द्वारा पूजे जाने वाले हैं

कवलीकृतमार्तण्डमण्डल

75

ॐ कवलीकृतमार्तण्डमण्डलाय नमः।

Om Kavalikritamartandamandalaya Namah।

जो सूर्य को निगलने वाले हैं

विजितेन्द्रिय

76

ॐ विजितेन्द्रियाय नमः।

Om Vijitendriyaya Namah।

जो समस्त इन्द्रियों को वश में करने वाले हैं

रामसुग्रीवसन्धाता

77

ॐ रामसुग्रीवसन्धात्रे नमः।

Om Ramasugrivasandhatre Namah।

जो भगवान श्री राम एवं सुग्रीव में मित्रता करवाने वाले हैं

महारावणमर्दन

78

ॐ महारावणमर्दनाय नमः।

Om Maharavanamardanaya Namah।

जो महारावण का संहार करने वाले हैं

स्फटिकाभ

79

ॐ स्फटिकाभाय नमः।

Om Sphatikabhaya Namah।

जो स्फटिक मणि के समान आभा वाले हैं

वागधीश

80

ॐ वागधीशाय नमः।

Om Vagadhishaya Namah।

जो वाणी के स्वामी हैं

नवव्याकृतिपण्डित

81

ॐ नवव्याकृतिपण्डिताय नमः।

Om Navavyakritipanditaya Namah।

जो अत्यन्त कुशल विद्वान हैं

चतुर्बाहु

82

ॐ चतुर्बाहवे नमः।

Om Chaturbahave Namah।

जो चार भुजाओं वाले हैं

दीनबन्धु

83

ॐ दीनबन्धवे नमः।

Om Dinabandhave Namah।

जो दीन-हीनों के मित्र हैं

महात्मा

84

ॐ महात्मने नमः।

Om Mahatmane Namah।

जो समस्त आत्माओं में श्रेष्ठ हैं

भक्तवत्सल

85

ॐ भक्तवत्सलाय नमः।

Om Bhaktavatsalaya Namah।

जो भक्तों पर करुणा करने वाले हैं

सञ्जीवननगाहर्ता

86

ॐ सञ्जीवननगाहर्त्रे नमः।

Om Sanjivananagahartre Namah।

जो सञ्जीवनी पर्वत लाने वाले हैं

शुचि

87

ॐ शुचये नमः।

Om Shuchaye Namah।

जो परम पवित्र हैं

वाग्मी

88

ॐ वाग्मिने नमः।

Om Vagmine Namah।

जो एक कुशल वक्ता हैं

दृढव्रत

89

ॐ दृढव्रताय नमः।

Om Dridhavrataya Namah।

जो अपनी प्रतिज्ञा पर दृढ रहने वाले हैं

कालनेमिप्रमथन

90

ॐ कालनेमिप्रमथनाय नमः।

Om Kalanemipramathanaya Namah।

जो कालनेमि दैत्य का अन्त करने वाले हैं

हरिमर्कटमर्कट

91

ॐ हरिमर्कटमर्कटाय नमः।

Om Harimarkatamarkataya Namah।

जो वानरों के स्वामी हैं

दान्त

92

ॐ दान्ताय नमः।

Om Dantaya Namah।

जो दान देने वाले हैं

शान्त

93

ॐ शान्ताय नमः।

Om Shantaya Namah।

जो शान्त प्रकृति वाले हैं

प्रसन्नात्मा

94

ॐ प्रसन्नात्मने नमः।

Om Prasannatmane Namah।

जो प्रसन्नचित्त रहने वाले हैं

शतकण्ठमदापहृत्

95

ॐ शतकण्ठमदापहृते नमः।

Om Shatakanthamadapahrite Namah।

जो शतकण्ठ के अभिमान को नष्ट करने वाले हैं

योगी

96

ॐ योगिने नमः।

Om Yogine Namah।

जो एक महान योगी हैं

रामकथालोल

97

ॐ रामकथालोलाय नमः।

Om Ramakathalolaya Namah।

जो रामकथा सुनने को उत्सुक रहने वाले हैं

सीतान्वेषणपण्डित

98

ॐ सीतान्वेषणपण्डिताय नमः।

Om Sitanveshanapanditaya Namah।

जो माता सीता को ज्ञानपूर्वक खोजने वाले हैं

वज्रदंष्ट्र

99

ॐ वज्रदंष्ट्राय नमः।

Om Vajradamshtraya Namah।

जो वज्र के समान कठोर हैं

वज्रनख

100

ॐ वज्रनखाय नमः।

Om Vajranakhaya Namah।

जो वज्र के समान सुदृढ़ नख अर्थात् नाखून वाले हैं

रुद्रवीर्यसमुद्भव

101

ॐ रुद्रवीर्यसमुद्भवाय नमः।

Om Rudraviryasamudbhavaya Namah।

जो भगवान शिव के अवतार हैं

इन्द्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्रविनिवारक

102

ॐ इन्द्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्रविनिवारकाय नमः।

Om Indrajitprahitamoghabrahmastravinivarakaya Namah।

जो इन्द्रजीत के ब्रह्मास्त्र के प्रभाव को दूर करने वाले हैं

पार्थध्वजाग्रसंवासी

103

ॐ पार्थ ध्वजाग्रसंवासिने नमः।

Om Partha Dhvajagrasamvasine Namah।

जो अर्जुन के रथ की ध्वजा में निवास करते हैं

शरपञ्जरभेदक

104

ॐ शरपञ्जरभेदकाय नमः।

Om Sharapanjarabhedakaya Namah।

जो शत्रुओं के कारागृह को भेदने वाले हैं

दशबाहु

105

ॐ दशबाहवे नमः।

Om Dashabahave Namah।

जो दस भुजाओं वाले हैं

लोकपूज्य

106

ॐ लोकपूज्याय नमः।

Om Lokapujyaya Namah।

जो समस्त लोकों में पूजे जाने वाले हैं

जाम्बवत्प्रीतिवर्धन

107

ॐ जाम्बवत्प्रीतिवर्धनाय नमः।

Om Jambavatpritivardhanaya Namah।

जो जाम्बवन्त जी के अत्यन्त प्रिय हैं

सीतासमेतश्रीरामपादसेवाधुरन्धर

108

ॐ सीतासमेतश्रीरामपादसेवाधुरन्धराय नमः।

Om Sitasametashriramapadasevadhurandharaya Namah।

जो देवी सीता सहित श्री राम जी के चरण कमलों की सेवा करने वाले हैं

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